भूत पर भरोसा करवाती एक अनोखी कहानी जो रहस्यमयी संसार में पाठक को ले जाती है भूत पर भरोसा करवाती एक अनोखी कहानी जो रहस्यमयी संसार में पाठक को ले जाती है
अब तक नए जमाने के हिसाब से अपना मोबाइल क्यों नहीं बदला। अब तक नए जमाने के हिसाब से अपना मोबाइल क्यों नहीं बदला।
मैं एक दिन टैक्सी से भोपाल जा रहा था। साथ में अन्य सवारियां भी थीं । सब की नजरें और गर्दन झुकी हुई थ... मैं एक दिन टैक्सी से भोपाल जा रहा था। साथ में अन्य सवारियां भी थीं । सब की नजरें...
सोचा कोई बात नहीं गाड़ी में तारीफ़ कर देगा पर उसका पूरा ध्यान मोबाइल पर ही था सोचा कोई बात नहीं गाड़ी में तारीफ़ कर देगा पर उसका पूरा ध्यान मोबाइल पर ही था
तुम इस तरह बात करते–करते रिक्शा चला रहे हो कि कभी भी तुम्हारे रिक्शे का बैलेंस जा सकता तुम इस तरह बात करते–करते रिक्शा चला रहे हो कि कभी भी तुम्हारे रिक्शे का बैलेंस ...
आज मैं साहित्य संगम संस्थान असम इकाई का अधीक्षक हूँ। आज मैं साहित्य संगम संस्थान असम इकाई का अधीक्षक हूँ।